पिता के शहादत के 19 दिन बाद सब इंस्पेक्टर बनी बेटी खुद को देख बोली,पापा आप दिख रहे हो ना!

कोरोना वायरस से लड़ते हुए अपनी फर्ज निभाने वाले उज्जैन के यशवंत पाल की बेटी फाल्गुनी पाठक सब इंस्पेक्टर बन गई है. पिता के शहादत के मात्र 19 दिन बाद है शिवराज सरकार ने उनकी बेटी यशवंत पाल की बेटी फाल्गुनी पाल को सब इंस्पेक्टर नियुक्त किया है।अब बहादुर पिता की  बहादुर बेटी कोरोना के खिलाफ अपने पिता का अधूरा रहा जंग लड़ेगी।

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गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दी बधाई

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को फाल्गुनी पाल सिंह को वीडियो कॉल कर यह खुशखबरी सुनाई।उन्होंने वीडियो कॉल कर कहा कि आप को सरकार ने पुलिस में नौकरी देने का फैसला किया है इसलिए इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई।आप अगले ही हफ्ते ड्यूटी जॉइन करेगी।

कोरोना से जंग मे 21 अप्रैल को हुए थे शहीद

बता दें कि 59 वर्षीय यशवंत पाल अपने ड्यूटी निभाने के दौरान कोरोना से संक्रमित हो जाने से शहीद हो गए थे। ये बुरहानपुर के रहने वाले थे जो फिलहाल इंदौर में रह रहे थे।उनके परिवार में उनकी पत्नी मीना आलवे दो जवान बेटियां फाल्गुनी और ईशा ही है। यशवंत पाल जी को 6 अप्रैल को कोरोना संक्रमण पॉजिटिव आने के बाद इंदौर के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था बाद में उन्होंने इसके दौरान 21 अप्रैल को कोरोना के खिलाफ जंग हार गए और वह शहीद हो गए।

पत्नी बोली मुझे अपने पति पर गर्व है

इनकी बेटी फाल्गुनी ने 20 अप्रैल को अपने पिता यशवंत पाल से फोन पर बात करते हुए कही थी कि पापा आप बहुत स्ट्रांग हैं आपको कोरोना को जरूर हरा देंगे।उनके पिता अपने हाथ के इशारे से सबको हिम्मत रखने के लिए का इशारा करते हैं। इसके बाद बेटी भावुक होकर कहती है पापा आप जल्दी घर आना हम लोग आपका इंतजार कर रहे हैं अपने पिता के इस साहस को याद कर उनकी बेटी रो पड़ती है।पत्नी को बस इतना कहती है कि मेरे पति ने अपनी देश की सेवा की है और इस सेवा के दौरान शहीद हो गए हैं इसके लिए मुझे गर्व है।

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शिवराज सरकार नि तुरंत किया वादा पूरा

सरकार के इस फैसले के बाद उनकी बेटी फिजिकल टेस्ट के लिए पहुंची थी जहां उन्हें बताया कि बताया गया कि उन्हें जब भी जॉइनिंग मिल जाएगी।यशवंत पाल सिंह के निधन पर  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताते हुए कहा था कि हम परिवार की हर संभव मदद करेंगे और उनके तरफ से 50 लाख की आर्थिक मदद भी करने का वादा तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान भी किया गया था और इसी दौरान उनकी बेटी को तुरंत एस आई के पद पर नौकरी दी गई।