कोरोना इमरजेंसी सेवा के लिए इंडियन आर्मी के जवानों ने अपने रहने की जगह दी

भारत में धीरे धीरे करोना बढ़ता जा रहा है।इस संक्रमण से निपटने के लिए जहां सरकार काफी दिनों से काम कर रही है वहीं भारतीय सेना के जवान भी पीछे नहीं हैं। इंडियन आर्मी के 1600 जवान जो 2 बटालियन की संख्या के बराबर हैं ने अपनी जगह खाली कर उसे क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने के लिए दे दिया हैं।

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बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान करने में 14 दिनों का समय लगता है। इन 14 दिनों तक विदेश से आए लोगों को अलग रखा जाता है। इन लोगों के लिए ही यह क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है। ताकि उनके संक्रमण से किसी और को पीड़ित होने से बचाया जाए।

भारतीय सेना ने यह क्वॉरेंटाइन सेंटर में काफी सुविधाएं प्रदान की है। यह क्वॉरेंटाइन में आरामदायक बेड  दिए हैं। लिविंग एरिया, डायनिंग एरिया, टीवी और बहुत सारी खेल का प्रबंध किया है। वह रह रहे लोगों को पूजा पाठ करने के लिए भी अलग से जगह दी गयी है।

ईरान से आई जैसलमेर क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक युवती बताते हैं कि यहां हमें कोई दिक्कत नहीं है यहां खेलने के लिए बैडमिंटन और पढ़ने के लिए काफी सारे मैगजीन  मिली है। लोगों को पूजा करने के लिए नमाज पढ़ने का भी पूरा इंतजाम किया गया है ।

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 क्वॉरेंटाइन मैं अभी तक 372 लोगों हैं।इन सभी लोगों का ख्याल रखा जा रहा है जैसलमेर की क्वॉरेंटाइन सेंटर में अभी 289 लोग हैं। वहीं जोधपुर के पेंटिंग सेंटर को अभी इमरजेंसी के रूप में रखा गया है आगे उनकी जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा।

हमारी भारतीय सेना हमेशा हमारेहरेक दुख मेंआगे खड़ी होती है। हमेशा वह देशवासियों की सेवा के लिए अपने को संकट मे दल देती है।भारतीय सेना के इस कदम की हर जगह सराहना की जा रही है। भारतीय सेना के इस सेवा के लिए उनको दिल से सलाम।