शहीद पिता को सेल्यूट कर 10 साल का बेटा रोते हुए बोला,पापा मैं भी सेना में जाऊंगा

पिता को आखिरी विदाई देते हुई उसके 10 साल के बेटे का आंसू बिल्कुल ही नहीं रुक रहे थे।इस 10 साल के शहीद के बेटे का जज्बा देखने लायक थी।यह कहानी जम्मू कश्मीर के डोडा में शहीद हुए लांस नायक राज सिंह खटाना का है।

whatsapp-group
शहीद राज सिंह खटाना

सोमवार को शहीद का अंतिम संस्कार किया गया है।जब उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था तो उनके 10 साल के बेटे ने पिता को सैल्यूट करते हुए बोला कि पापा मैं भी आपकी तरह सेना में जाऊंगा।

अफरीदी के मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर भड़के जावेद अख्तर बोले..

रविवार को शहीद हुए राज सिंह खटाना

शहीद राज सिंह खटाना को लोग अंतिम बड़ाई देते हुए

बता दें कि रविवार को आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान गुड़गांव के निवासी राज सिंह शहीद हो गए थे। सोमवार को दोपहर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनकी आखिरी विदाई दी गई।इस दौरान वहां मौजूद ने लोगों ने नारा लगाया कि जब तक सूरज चांद रहेगा शहीद राज सिंह तेरा नाम रहेगा और राज भाई अमर रहे। इन नरो से पूरा माहौल गूंज उठा।

whatsapp

कोरोना के खतरे के बीच आया अब चक्रवाती तूफान,इन इलाकों में होगी भारी बारिश

शहीद राज सिंह खटाना का अंतिम संस्कार

शहीद के साथ आए 10 राष्ट्रीय रायफल्स के सूबेदार दयाराम जी ने बताया कि 16 मई को कुछ आतंकवादियों को छुपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद 17 मई को सुबह जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना के द्वारा संयुक्त अभियान चलाया गया।आतंकवादियों के हमले में राज सिंह घायल हो गए थे।उन्होने घायल हो जाने के बाद भी  आतंकवादियों को मार गिराया।

शहीद राज सिंह खटाना

राज सिंह चार बहने और तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे।उन्होंने खेतला गांव के स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की है।वह सितंबर 2011 में सेना में भर्ती हुए थे।इनके पिता हवलदार गजराज सिंह सेना में रहे हैं।इनका 6 वर्ष पहले निधन हो चुका है।

शहीद राज सिंह के तीन बच्चे है।रिषव(10),इसिका(6) और अनुराग 4 साल के हैं।शहीद पिता की मुखाग्नि ऋषभ के द्वारा दिया गया।

शहीद राज सिंह खटाना का बेटा पिता को सलामी देते हुए

शहीद की पत्नी रविता ने कहा कि उन्हें अपने पति पर बहुत गर्व है।मेरे पति देश के लिए शहीद हुए।राज सिंह खेल  के कोटे से सेना में भर्ती हुए थे। वह हमेशा से अपने पिता की तरह ही सेना में जाने की बात किया करते थे।