अमेरिका में हाल में हुए संपन्न चुनाव में भले ही जो बाइडेन को जीत मिल गई है परंतु डोनाल्ड ट्रंप अभी भी अपनी हार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। वह हमेशा इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अमेरिकी चुनाव में धांधली हुई है। अपनी हार से बौखलाए डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जो बाइडेन के खिलाफ कई सारे सवाल उठाए हैं। अब इसी बीच यह खबर आ रही है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी सत्ता पर कब्जा करने की तैयारी कर रहे हैं, इससे ऐसा लग रहा है कि क्या डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका का तानाशाह बन जाएंगे!
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक ट्रम्प प्रशासन ने रक्षा विभाग में कई सारे बड़े बदलाव किए हैं। ट्रम्प प्रशासन ने पेंटागन के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों को भी हटाने का काम शुरू कर दिया है, इन जगहों पर ट्रंप अपने वफादार को बिठा रहे हैं। ट्रम्प प्रशासन ने इन अधिकारियों हटाने से पहले डिफेंस सेक्रेट्री (रक्षा मंत्री) को भी उनके पद से हटा दिया है।
आपको बता दें कि इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी, हालांकि चुनाव में जो बिडेन को जीत हासिल हुई थी परंतु अभी भी डोनाल्ड ट्रंप हार मानने को तैयार नहीं है और लगातार चुनाव परिणामों के बदलाव की कोशिश में लगे हुए हैं। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री पॉम्पियो ने कहा कि सत्ता का हस्तांतरण शांति पूर्वक ही किया जाएगा और जल्द ही डोनाल्ड प्रशासन का दूसरा कार्यकाल भी शुरू होगा।
ट्रंप की भतीजी मेरी ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा
अमेरिका में तख्तापलट और डोनाल्ड ट्रंप के तानाशाह बनने का अंदाजा है ऐसे भी लगाया जा सकता है कि डोनाल्ड ट्रंप की भतीजी मेरी ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो वाइडेन वैध और निर्णायक मत से जीते हैं, डोनाल्ड ट्रंप भले ही जीत का दिखावा कर ले और कितना ही झूठ क्यों ना बोले लेकिन अब चुनाव के नतीजों को नहीं बदला जा सकता है। “सतर्क रहें- यहां तख्तापलट की कोशिश की जा रही है”।
डोनाल्ड ट्रंप के पास दो ऑप्शन
अमेरिका के नववर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कभी भी हार स्वीकार नहीं करते, परंतु राष्ट्रपति चुनाव में जो वाइडेन से मिली हार के बाद इनके पास मात्र दो ही विकल्प हैं या तो वह देश के खातिर गरमा पूर्ण तरीके से अपना हार स्वीकार कर ले अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो उन्हें जबरदस्ती यहां से निकाल दिया जाएगा। कुछ निकटवर्ती सहयोगी उन्हें गरिमा पूर्ण तरीके से हार स्वीकार करने के लिए राजी कर रहे हैं परंतु कुछ रिपब्लिकन सहयोगी उनकी हार को अभी भी नहीं मान रहे हैं और वह अड़े हुए हैं।
